Everything about shiv chalisa lyricsl
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम, नील कंठ को कोटि प्रणाम
सुबह सुबह ले शिव का नाम: श्री शिव जी का सबसे लोकप्रिय भजन
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल more info भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न more info आवै॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद shiv chalisa lyricsl तेहि होई॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥